इंडिया न्यूज़, Bilaspur News: प्रदेश के बिलासपुर में युवाओं से अप्रेंटिसशिप करवाने के बाद नौकरी नहीं दी गई। जिसके चलते युवाओं ने SECL मुख्यालय का घेराव कर लिया है। कल 14 सितंबर की सुबह से लेकर युवाओं ने SECL के मुख्य गेट पर धरना शुरू कर दिया था। हालांकि अभी तक प्रशासन ने उनकी बात नहीं सुनी। जिसके चलते उन्होंने एलान किया की जब तक उनकी मांग पूरी नहीं की जाएगी वह यही बैठकर धरना देगें। जिसके चलते महिलाऐं, युवा, युवतियां सभी धरना प्रदर्शन कर रहे है।
(Youth kept apprenticeship after ITI training, still did not get work ) धरने पर बैठे युवाओं ने कहा की SCEL ने उन्हें ITI की ट्रेनिंग के उपरांत अप्रेंटिसशिप रखा था, लेकिन अप्रेंटिसशिप का कार्यकाल पूरा होने के बाद उन्हें नौकरी नहीं दी गई, और काम से निकल दिया गया। जिसके कारण युवा बेरोजगार हो गए। युवाओं ने कहा कि नौकरी की मांग के लिए उनका यह आंदोलन करीब 3 माह से चल रहा है। लेकिन अभी तक कोई भी हल नहीं निकला।
युवाओं ने पहले भी करीब 2 बार मुख्यालय का घेराव किया जबकि कई बार सामने धरना दिया। जिसके चलते कुछ समय पहले प्रबंधन ने उन्हें आउटसोर्सिंग के पद पर भर्ती का आश्वासन दिया लेकिन अभी तक भर्ती नहीं की गई। युवाओं ने NSUI के बैनर के साथ धरना प्रदर्शन किया और नारेबाजी भी की। जिसके चलते पूरी रात तक युवा गेट के सामने ही बैठे रहे, और कुछ दरिया बिछाकर सो गए। किसी भी अधिकारी और कर्मचारी को गेट के अंदर जानें पर रोक लगा दी।
ऋषि पटेल जो आंदोलन का नेतृत्व कर रहे है उन्होंने कहा कि, जितनी बार उन्होंने इस मांग को लेकर आंदोलन किया हर बार SECL के प्रबंधन अफसरों ने उनसे समय मांगा और नौकरी देने का आश्वासन दिया। लेकिन कुछ नहीं हुआ। अब इस बार हम फैसला आने के बाद ही आंदोलन समाप्त करेगें। प्रदेश के अलावा भी कई राज्यों से युवा यहां धरने में शामिल होने के लिए पहुंचे है। SECL प्रबंधन ने इस प्रदर्शन को अवैध कहा है, जिसके चलते 50 हजार टन कोयले का ऑर्डर नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि इससे सरकारी कार्य में रूकावट पैदा हो रही है।
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