इंडिया न्यूज़, Chhattisgarh News: संयुक्त किसान मोर्चा और अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा ने प्रदेश सरकार से 1 नवंबर से धान खरीदने की मांग की है। इसके अलावा केंद्र सरकार के समक्ष भी यह मांग रखी है कि जितना मूल्य फसल की लागत पर आता है, उससे डेढ़ गुना मूल्य पर फसल खरीदी जाए। यह फसल पुरे साल इसी रेट पर खरीदी जानी चाहिए। (Seeking Legal Guarantee) संयुक्त किसान मोर्चा ने अपनी मांग में इस डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल खरीदने के लिए कानूनी गारंटी देने की बात कही।
प्रदेश के किसान मजदूर महासंघ के सदस्य तेजराम विद्रोही एवं अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के सदस्यों ने कहा कि हरुना किस्म का धान 5 अक्टूबर से काटना शुरू हो जाएगा, जबकि 25 अक्टूबर तक पुरे जोर से प्रदेश में धान की कटाई होगी। जिसके चलते किसानों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। इसमें अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के ये मेंबर भी शामिल थे: रेखुराम, युवराज नेताम, पदम नेताम, जहुर राम, पवन कुमार, सोमन यादव, सोमनाथ साहू, दिनेश कुमार, मदन लाल साहू, चुम्मन लाल, मनोज कुमार, ललित कुमार ,परमेश्वर यादव, नंदू ध्रुव, बजरंग मानिकपुरी, उत्तम कुमार, होरीलाल, मोहन लाल ने यह बात कही।
(Seeking Legal Guarantee) किसानों ने कहा कि अगर 1 नवंबर से राज्य सरकार धान की खरीद शुरू करती है, तो इससे किसानों को बहुत लाभ होगा, क्योंकि एक तो सभी किसान जैसे -जैसे फसल की कटाई करेगें वैसे ही बेच देंगे जिससे एक साथ किसानों की भीड़ नहीं लगेगी। इसके अलावा खराब मौसम में भी फसल को संभालना मुश्किल होता है, लेकिन खरीद आने से साथ के साथ ही फसल की बिक्री हो जाएगी।
(Seeking Legal Guarantee) अगर सरकार फसल पर खर्च से डेढ़ गुना मूल्य पर फसल पूरा साल खरीदती है, तो इससे किसानों को बहुत लाभ मिलेगा और जब किसान किसी भी समय फसल बेच पाएगा तो बिच के बिचोलिये भी ख़त्म हो जाएगें। क्योंकि सीधे सरकार अगर फसल की खरीद करेगी तो मूल्य भी ज्यादा मिलेगा। इसी के चलते केंद्र एवं राज्य सरकार को इस बारे में जल्द ही निर्णय लेना चाहिए।
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