इंडिया न्यूज़, Raipur News: प्रदेश में 15 अगस्त 2019 में जल जीवन मिशन चलाया गया था, इस मिशन के तहत हर घर पानी पहुंचने का लक्ष्य रखा गया। प्रदेश में इस मिशन को 2 साल निकलने के बाद भी सिर्फ 27 प्रतिशत घरो तक पानी पहुंच पाया है। बता दें कि अभी तक विभाग ने केंद्र सरकार से प्राप्त पहली किश्त की रकम भी खर्च नहीं की है। राज्य सरकार द्वारा 2023 में 50 लाख घरों तक नल का पानी पहुंचाने का लक्ष्य रखा था। जिसे इस साल पूरा करना है।
बता दें कि जल जीवन मिशन योजना कुछ समय विवादों से घिरी रही है। जिसके चलते कुछ समय तक इस योजना का कार्य बंद रहा है। इस काम में देरी होने की दूसरी वजह यह भी है कि इसके लिए फिर से टेंडर जारी हुआ, और दोबारा कार्य शुरू किया गया। लेकिन अभी जिस स्पीड से कार्य किया जा रहा है उस प्रकार से 50 लाख घरों का लक्ष्य इस वर्ष में पूरा होना मुश्किल है।
बलरामपुर, जशपुर, कोंडागांव कि बात करें तो यहां अभी तक सिर्फ 20 प्रतिशत घरों तक ही पानी पहुंचा है। इसके अलावा प्रदेश की राजधानी रायपुर और दुर्ग, धमतरी की बात करें तो यहां 40 प्रतिशत से ज्यादा घरो में पानी पहुंच चुका है। लेकिन सभी का आकड़ा निकले तो अभी तक 27 फीसदी घरों तक ही पानी पंहुचा है।
(80 percent amount not even spent) जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार की ओर से राज्य सरकार को इस योजना (Jal Jeevan Mission) के लिए करीब 491 करोड़ रुपए की राशि दी गई थी। जो पहली किश्त के रूप में थी। जिसके उपरांत राज्य सरकार ने भी यही राशि जल जीवन मिशन के लिए मंजूर की थी। हालांकि कार्य बहुत ही कम गति में होने के कारण इस राशि की अभी तक 80 फीसदी रकम भी खर्च नहीं की गई। जैसे ही यह राशि खर्च होगी उसके उपरांत ही प्रस्ताव केंद्र के पास भेज दिया जाएगा। ताकि दूसरी किश्त की राशि मंजूर होकर मिल सके और कार्य को आगे बढ़ाया जा सकें।
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