इंडिया न्यूज़, Chhattisgarh News (Swine flu): प्रदेश में लगातार स्वाइन फ्लू के मामलों में वृद्धि दर्ज की जा रही है। (9 not 1 death due to Swine flu) कहा जा रहा है कि प्रदेश में स्वाइन फ्लू से करीब 2 महीनों में ही 9 मौत हुई है। लेकिन डेथ ऑडिट कमेटी ने अब नया खुलासा किया है। जिसमें कहा गया है कि स्वाइन फ्लू से अब तक सिर्फ 1 ही मौत हुई है, बाकी की मौत मरीज को अन्य बीमारी होने के कारण हुई है। बता दें कि डेथ ऑडिट कमेटी ने इन मरीजों कि पूरी ट्रेवल हिस्ट्री जांची जिसके दौरान ही यह खुलासा किया है कि केवल 1 मरीज की मौत स्वाइन फ्लू से हुई है।
(Chhattisgarh Swine flu) बता दें की अब तक स्वाइन फ्लू के सबसे ज्यादा मामले प्रदेश की राजधानी रायपुर में ही मिले है। जिसके चलते रायपुर में कुल 5 मौत जबकि दुर्ग में 2 मौत हुई है। इसके अलावा कवर्धा व बिलासपुर में एक-एक मौत हुई है। डेथ ऑडिट कमेटी ने कल 29 अगस्त को इस बारे में जांच रिपोर्ट पेश की है। (9 not 1 death due to Swine flu) जिसके मुताबिक 8 लोगों की मौत का कारण स्वाइन फ्लू नहीं है, जबकि 1 मरीज जो कवर्धा से मिला है केवल उसकी मौत स्वाइन फ्लू से हुई है। लेकिन यह मरीज को भी डायबिटीज़ थी।
Raipur बता दें कि रायपुर में 5 स्वाइन फ्लू संदिग्ध की मौत होने की बात सामने आई थी। लेकिन इन मरीजों में से केवल एक ही मरीज राजधानी का निवासी था। बाकि मरीज पास के इलाके से आकर रायपुर में भर्ती हुए थे। जिसके चलते रायपुर में उनकी मौत हो गई। विभाग के अधिकारियों के अनुसार स्वाइन फ्लू का खतरा टला नहीं है। इसके लिए सभी नियमों का पालन करते रहना चाहिए। ताकि इन बीमारियों से बचा जा सकें।
स्वाइन फ्लू संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में है। जानकारी के मुताबिक पिछले करीब डेढ़ महीने में ही रायपुर में 65 से भी ज्यादा मामले स्वाइन फ्लू के मिले है। हालांकि ओडिशा के भी कुछ मरीजों का इलाज रायपुर के अस्पताल में ही चल रहा है। राजधानी के चंगोराभाठा एवं गुढ़ियारी क्षेत्र में सबसे ज्यादा मरीज संक्रमित पाए गए है। अभी भी प्रदेश में 61 मरीज एक्टिव है, जिनका इलाज चल रहा है।
(Swine Flu) डॉ. सुभाष मिश्रा ने बताया कि स्वाइन फ्लू सामान्य सर्दी जुकाम जैसा होता है। (Cold that lasts for several days) वैसे तो यह तीन दिन तक चलता है। लेकिन स्वाइन फ्लू के कारण यह कई दिनों तक चल सकता है। बता दें कि ज्यादा दिनों तक स्वाइन फ्लू चलने से शरीरी के श्वसन तंत्र को नुकसान होता है। जिसके चलते जो बजुर्गो एवं बच्चों में दिल,फेफड़े अदि की बीमारी है, उनके लिए यह खतरनाख हो सकता है।
बचाव के उपाए
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