इंडिया न्यूज़ Chhattisgarh News: पिछले कुछ समय से प्रदेश में लगातार बारिश हो रही है। अभी वर्षा रुकी है, कि कुछ इलाकों में बाढ़ के पानी के कारण जल स्त्रोतों का पानी खराब हो गया है। (Dengue cases rise in Chhattisgarh) इसके साथ ही हर जगह गंदा पानी खड़ा रहने से डेंगू का खतरा बाढ़ गया है। करीब 25 दिन के अंदर ही दोरनापाल हॉस्पिटल में डेंगू के संदिग्ध 65 मरीजों का इलाज हो रहा है। वही दूसरी तरफ पेद्दाकुरती के आवासीय विद्यालय पोटाकेबिन में भी (92 children sick in potcabin) 92 बच्चे बीमार पढ़ गए है। कहा जा रहा है कि इन बच्चों को अचानक ही सर्दी जुकाम होने से हालत खराब हो गई।
(92 children sick in potcabin) जैसे ही करीब 90 से भी ज्यादा बच्चों के एक साथ बीमार होने की सूचना मिली तो अफसरों ने तुरंत 17 बच्चों को दोरनापाल अस्पताल में भर्ती करवा दिया। अस्पताल में जांच के बाद पता चला की 2 बच्चों को डेंगू की शिकायत जबकि 3 बच्चों को मलेरिया हुआ है। डॉक्टर ने कहा कि अन्य बच्चों में भी वायरस फीवर है। इसी के चलते वार्डों में फॉगिंग की जा रही है।
(Dengue cases rise in Chhattisgarh) बस्तर जिले में ही मलेरिया कॉफी हावी होता दिख रहा है। इसके कारण कई लोगों ने जान भी गंवाई है। इसी के चलते स्वास्थ्य विभाग की ओर से अभियान भी चलाया जा रहा है, इसके तहत हर गांव में से लोगों के खून की जांच के लिए सैंपल लिए जाते है। इसके उपरांत उनकी जांच की जाती है। इस अभियान में मलेरिया से बचाव के लिए भी उपाय बताए जाते है।
दुर्ग में भी फिर से डायरिये के मरीज सामने आए है। अभी तक करीब 36 मामलों की अभी तक पृष्टि की जा चुकी है। हालांकि पिछले करीब 20 दिन में ही 3 लोगों की मौत हुई है। दुर्ग के धौराभाठा गांव में भी डायरिया के मामले सामने आए है। एक 44 साल की महिला को भी 12 अगस्त को डायरिया हुआ था। जिसके उपरांत परिजनों ने पहले बेरला के ही नागरिक हॉस्पिटल में भर्ती करवाया था। तबीयत में सुधार न होने पर मेकाहारा अस्पताल में रायपुर में भर्ती कर दिया गया।
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