इंडिया न्यूज़, Raipur : (Raipur Employees on Strike ) रायपुर में आज कर्मचारियों की हड़ताल का चौथा दिन है। जिले के कर्मचारी महंगाई भत्ता और गृह भाड़ा भत्ता बढ़ाने की मांग कर रही है। इसलिए सभी कर्मचारी हड़ताल पर बैठे है। कर्मचारी संगठनों आज शाम को हाथो में मशाल लेकर कर्मचारी न्याय महारैली निकालने की घोषणा की है।
जानकारी के अनुसार, हड़ताल पर बैठे कर्मचारी कमल वर्मा ने बताया कि अपनी मांगो को मनवाने के लिए उन्होंने मई में ही मुख्य सचिव को हड़ताल का नोटिस दे दिया था। जिसके बाद संगठन ने चार चरणों में आंदोलन करने की बात रखी गई। इसे पहले भी जुलाई में संगठन ने पांच दिन की हड़ताल की थी हुई थी। जिसके बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। जिसके बाद अब चौथे चरण में इस आंदोलन को किया जा रहा है।
इस आंदोलन के लीडरों ने बताया कि हमारे इस संगठन में 100 से अधिक संगठन शामिल हैं। जिसमे जिला, ब्लाक, और तहसीलदार-नायब तहसीलदार, तहसील मुख्यालय के कर्मचारियों के साथ न्यायिक कर्मचारी संघ का शामिल है। फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा ने बताया कि हमारा संगठन कई दिनों से इस आंदोलन को कर रहा है। परन्तु प्रशासन कोई कार्यवाही नहीं कर रहा।
इस आंदोलन का प्रभाव सरकार के विभिन विभागों पर देखने को मिला है। इस आंदोलन के कारण स्कूल की पढ़ाई पर गहरा प्रभाव पड़ा है। इस आंदोलन के कारण जिला न्यायालयों और तहसील न्यायालयों के कामकाज में में भी असर देखने को मिला है। जिसके कारण आम जनता को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। यदि ये आंदोलन ऐसे ही चलता रहा तो और भी समस्या हो सकती है।
छत्तीसगढ़ के राज्य कर्मचारियों की मांग है की उनको सही तरिके से भत्ता दिया जाये। प्रदेश के सभी कर्मचारी कई महीनों से केंद्र सरकार की और से 34% महंगाई भत्ता देने की मांग कर रहे है। उनकी मांग है की हमारा महंगाई भत्ता 12% बढ़ाया जाये। जिसमे उनको 18% गृह भत्ता दिया जाये। कर्मचारियों द्वारा आज इस आंदोलन का चौथा दिन है। सरकार ने मांगो को मानते हुए महंगाई भत्ते में 6% इजाफे का आदेश जारी कर दिया। जिसके कारण कर्मचारी हड़ताल से नहीं उठ रहे है।
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