इंडिया न्यूज़, Raipur News (MBBS fees not fixed): प्रदेश के कई निजी कॉलेज में MBBS की फीस तय नहीं हो पाई है। जिसके चलते छात्रों को फ़ीस का डर सताने लगा है, (Problems of Students) कि कही ज्यादा फ़ीस न वसूल की जाए। बता दें कि अभी नीट के बाद काउंसिलिंग में जो छात्र शामिल हो रहे है। उन्हें अपनी फ़ीस के बारे में नहीं पता। की एडमिशन के बाद उन्हें कितनी फ़ीस देनी पड़ेगी।
फीस विनियामक समिति ने मेडिकल पढ़ाई के कुछ ही कोर्स की फ़ीस अभी तय की है। जबकि काफी कोर्स की फीस तय नहीं हो पाई। बता दें कि बीते वर्ष भी MBBS कि फ़ीस तय नहीं हो पाई थी, जिसके चलते (MBBS Studesnts) विद्यार्थियों से काफी फ़ीस वसूल की गई थी। (Problems of Students) जानकारी के मुताबिक कुछ निजी कॉलेज ने तो 6 लाख से भी ज्यादा फीस ली थी।
जानकारी के अनुसार अभी तक कुछ ही सब्जेक्ट्स की फीस तय हो पाई है। पिछले साल ज्यादा फ़ीस वसूली की शिकायत के उपरांत भी इस वर्ष यह हाल है। बता दें कि अभी तक भिलाई के (Private Medical Colleges MBBS) निजी कॉलेज की फीस तय नहीं हुई है जबकि राजधानी रायपुर के निजी कॉलेज की भी 2 सब्जेक्टर की फीस ही निर्धारित हुई है।
(MBBS Studesnts) विद्यार्थी इसलिए भी परेशान है कि समिति ने इस बार नॉन क्लीनिकल, माइक्रो बायोलॉजी और पैथोलॉजी जैसे सब्जेक्ट कि फीस पहले से ज्यादा बढ़ा दी गई है। जानकरी के मुताबिक टॉपर्स पहले गायनी और मेडिसिन सब्जेकट्स में एडमिशन लेते है अब इन सब्जेक्ट्स से भी ज्यादा फीस तो नॉन क्लीनिकल विषयों की कर दी है। माइक्रो बायोलॉजी जैसे विषयों की फीस बढ़ने से भी विद्यार्थियों की मुश्किल बढ़ गई है।
जानकारी के मुताबिक अभी तक एमडी पैथोलॉजी की फीस 8.5 लाख तय की गई है। जबकि एमडी पीएसएम और एमडी बायोकेमेस्ट्री की फीस क्रम 5 लाख और 6 लाख तय की गई है। इसके अलावा एमडी माइक्रोबायोलॉजी की फीस 7 लाख तय की गई है। एमएस जनरल सर्जरी, एमडी जनरल मेडिसिन, एमएस ऑर्थोपेडिक,एमडी एनीस्थिसिया इन सभी की फीस 6 लाख ही तय की गई है। ऑप्थेल्मोलॉजी व फार्माकोलॉजी की फीस अभी तक तय नहीं हुई है।
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