इंडिया न्यूज़ ,रायपुर : (Unique Tradition in the Police Station of Raipur ) रायपुर के पुलिस स्टेशन में एक अनोखी परंपरा का आयोजन किया जाता है। जन्माष्टमी के दिन हर वर्ष कोतवाली पुलिस थाने में भगवान कृष्ण का जन्म होता है। इस अनूठी परंपरा को निभाया जाता है। पूरे देश में शायद ही ऐसी परंपरा को आयोजित किया गया हो। परन्तु इस तने में श्री कृष्ण का जन्म होता है। इसमें वासुदेव आधी रात सड़कों पर जंजीरो में लिपट कर निकलते हैं।
कल भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला है। रायपुर के एक थाने से बच्चे के रोने की आवाजे सुनाई देने लगी। रात के करीब 12 बजे का समय था। पुलिस स्टेशन के लॉकर से रोने की आवाजे सुनाई देने के बाद पहरा दे रहे कॉन्स्टेबल गहरी नींद में सो गए। सब कुछ शांत सा हो गया था। अचानक लॉकर का ताला टूटा और माता देवकी वासुदेव को बाहर लेकर आई। उनके सिर पर टोकरी में बाल गोपाल भी थे। और उनके हाथ पैर जंजीरों से बांध रखे थे।
हिन्दू धर्म में इस पर्व को बड़े धूम धाम से मनाया जाता है। पुराणों में बताए गए भगवान कृष्ण के जन्म की कथा को उनकी लीला को एक नाटक के रूप में प्रस्तुत किया जाता है। श्री कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव एवं विकास समिति दिखाती है। इस दृश्य में माता देवकी और भगवान वासुदेव एक टोकरी में गोपाल को बैठकर बाहर लेके आते है। जिसको सिर पर उठाकर सड़को पर घूमते है और गीतों भजनो पर मगन हो उठते है।
जानकारी के अनुसार, इस परंपरा को माधव लाल यादव बताया कि पिछले 8 सालों से इस कार्यक्रम को किया जाता है। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का आयोजन करने के लिए पास के थाने से इसकी सहमति मांगी गई थी। इस आयोजन के लिए थाना प्रभारी ने मना कर दिया। जिसके बाद कोतवाली कोतवाली थाने में इस परंपरा का आयोजन होना शुरू ही गया। माधव लाल ने बताया कि हमारे हिन्दू धर्म के पुराणों के अनुसार श्री कृष्ण का जन्म जेल में ही हुआ था तो इसी लिए इस परंपरा को शुरू किया गया है।