इंडिया न्यूज़, Jagdalpur News: प्रदेश में कई गांव अभी भी ऐसे थे जहां आज तक तिरंगा नहीं फेहराया गया था। जानकारी के मुताबिक कुछ समय पहले जिले के चांदामेटा में देश के विरोध में नारे लगते थे। ये गांव नक्सलियों के गढ़ कहे जाते थे। लेकिन अब इन गावों में जवानों के कैंप स्थापित कर दिए गए है। जिसके चलते आजादी के उपरांत यहां के गांवों में पहली बार तिरंगा फहराया गया है।
अब इन गांवों में भारत माता के जयकारे लग रहे है। गांव में सभी ने हाथ में तिरंगा लेकर रैली भी निकली। इसके उपरांत गांव के एक बुजुर्ग ने तिरंगा फहराया और ध्वज को सलामी दी। बता दें कि कुछ समय पहले ही इस गांव में जवानों का कैंप खोला गया था। जिसके चलते गांव में आजादी का जश्न मनाया गया।
चांदामेटा गांव प्रदेश का सबसे लास्ट गांव है। कुछ समय पहले इस गांव पर नक्सली अपनी धाक जमाते थे। किसी भी मौके पर जैसे 26 जनवरी हो या फिर स्वतंत्रता दिवस हो, नक्सली इस गांव में आकर अपना कला झंडा फहराते थे। जिसके चलते ग्रामीणों पर दबाव डाला जाता था। देश विरोधी नारे भी लगवाए जाते थे। लेकिन अब जवानों के कैंप खुलने से विकास तो इन गांवों तक पहुंच ही रहा है। इसके अलावा अब आजादी दिवस के मौके पर जश्न भी मनाया गया है। लोगों में अब काफी उत्साह देखने को मिल रहा है।
इस गांव में आजादी के जश्न के दौरान भारी पुलिस बल और जवान तैनात किये गए। पुरे गांव के लोगों ने मिलकर आजादी के जश्न को मनाया। इसके जवानों ने पुरे गांव में तिरंगा बह बांटा। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि पहले इस गांव तक पहुंचने के लिए करीब 7 दिन से भी ज्यादा का समय लगा था। लेकिन अब नक्सलियों का ज्यादातर सफाया कर दिया गया है। जिसके चलते पुलिस ने गांव के लोगों का विश्वास जीता है। जल्द ही पुलिस क्षेत्र के सभी इलाकों में घुसकर नक्सलियों का सफाया करेगी। ताकि इलाका पूर्ण रूप से नक्सली मुक्त हो सकें। हालांकि अभी गांव में जश्न पूरी धूम धाम से मनाया गया है।
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