इंडिया न्यूज़, Jagdalpur News: प्रदेश में मार्च के बाद अब फिर कोरोना के मामलें में गिरावट दर्ज की गई है। करीब 10 से 15 दिन पहले हर रोज करीब 10 से 12 मरीज कोरोना के नए आ रहे थे। जबकि जुलाई के मध्य से लेकर अंत तक तो लगातार कोरोना के मामलों में वृद्धि हुई है लेकिन अब अगस्त की शुरुआत से लेकर लगातार कोरोना के मामलें में गिरावट दर्ज की जा रही है। 1 अगस्त को जहां 36 करोना के केस मिले थे वहीं 11 अगस्त को सिर्फ एक केस ही कोरोना का मिला है। हालांकि मामलों में गिरावट के बाद भी स्वास्थ्य विभाग ने सावधानी बरतने का ही सुझाव दिया है।
स्वाथ्य विभाग के अधिकारियो का कहना है की फ़िलहाल प्रदेश में कोरोना के मामले करीब 1 माह बाद फिर से कम हो गए है। लेकिन इसके बावजूद भी सभी को सावधानी बरतनी चाहिए। क्योंकि देश के अन्य हिस्सों में भी संक्रमण के मामलें बढ़ रहे है। जिसके चलते सभी लोगों को कोरोना की जांच करवानी चाहिए। बीएमओ डॉक्टर वीरेंद्र कुमार ठाकुर ने बताया कि जगदलपुर में पिछले करीब 5 दिनों से कोरोना के मरीजों में भारी गिरावट दर्ज की गई है।
बता दें की जुलाई के लास्ट दिनों में कोरोना संक्रमण के मामलें लगातार बढ़े थे। लेकिन अगस्त की शुरवात से ही मामलों में कमी देखी गई है। बता दें कि 1 अगस्त को एक्टिव मरीज 139 थे जो घटकर अब केवल 38 रह गए है। जगदलपुर में ही इन लोगों का इलाज अभी चल रहा है।
पिछले कुछ समय से जगदलपुर में जितने भी मरीज मिले है उनमें से ज्यादातर मरीज शहरी इलाके से ही मिले है। पिछले करीब एक महीने में 80 प्रतिशत से भी ज्यादा मरीज शहर के इलाके से मिले है। जबकि बाकि इलाके के सिर्फ 20 प्रतिशत ही मरीज है। जानकारी के मुताबिक कुछ दिन पहले एक नर्सिंग कालेज से ही काफी संख्या में कोरोना के मामले मिले थे। अधिकारियों के अनुसार शहर के लोगों एक दूसरे के सम्पर्क में ज्यादा आते है जिससे संक्रमण ज्यादा फैलता है इसी कारण संक्रमण का ग्राफ गांव के मुकाबले शहरी क्षेत्र का ज्यादा है।
जानकारी के मुताबिक जुलाई महीने में कोरोना के मामलों में तेजी से वृद्धि दर्ज की गई है। हालांकि प्रदेश में कोरोना मामलों में लगातार उतराव-चढ़ाव की स्थिति बनी हुई है। बता दें कि इससे पहले फरवरी महीने में सबसे ज्यादा मामले सामने आए थे जो करीब 25 हजार थे। जिसके बाद कोरोना संक्रमण कि रफ़्तार घट गई थी। जो कि मार्च में घटकर 1240 ही रह गई थी। लेकिन अब जुलाई में फिर से कोरोना के मामलों में उछाल देखने को मिला था। हालांकि जून से पहले केस बहुत ही कम सामने आए है। लेकिन अब अगस्त से शुरुआत से ही मामलों में फिर से कमी दर्ज की गई है।
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