इंडिया न्यूज़, छत्तीसगढ़: Chinese Smartphone Ban : भारत की फोन मार्किट में चाइनीज स्मार्टफोन के दबदबे को कम करने के लिए सरकार बड़ा कदम उठा सकती है। बताया जा रहा है , देश की घरेलु स्मार्टफोन कंपनियों को बढ़वा देने के लिए सरकार चीनी स्मार्टफोन कंपनी के 12,000 रूपये तक से फोन को बंद कर सकती है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार सरकार ने यह फैसला लावा, माइक्रोमैक्स जैसी घरेलू कंपनियों को बढ़ावा देने के लिए लिया है।
चाइनीज फोन कंपनियां कम कीमत में फोन देकर पूरी मार्किट पे कब्ज़ा बना रखा है। जिस कारण घरेलु कंपनियां कॉम्पिटिशन में पीछे ही रह जाती है। बताया जा रहा है कि पिछले कुछ समय में कुछ चीनी फोन कंपनियों पर कारवाही की गई थी जिस में पारदर्शिता की कमी पाई गई थी। हालांकि इस मामले पर सरकार की ओर से या किसी चाइनीज कंपनी की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
चीनी कंपनियों ने मार्किट पर कब्ज़ा करने कि लिए 150 डॉलर से यानि 12,000 से भी काम कीमत पर स्मार्टफोन बेचने शुरू कर दिए, जिस कारण चीनी कंपनियों ने अपना दबदबा बना लिया है। इस फैसले से Xiaomi, Realme Vivo, Oppo, Redmi, जैसी कंपनियों को बड़ा झटका लग सकता है। अगर इन चीनी कंपनियों में देखा जाए तो सब से ज्यादा मार्किट हिस्सेदारी Xiaomi कंपनी की है। मार्केट रिसर्च फर्म काउंटरप्वाइंट के अनुसार देश में एक तिहाई से अधिक फोन 12,000 रुपये से काम कीमत बिकते हैं और इनमें से 80 फीसदी हिस्सेदारी चीन की फोन निर्माता कंपनियों की है। यह किसी मार्किट कि लिए बड़ा कब्ज़ा है।
जानकारी कि लिए बता दें भारत दुनिया का स्मार्टफोन कि मामले में दूसरा सबसे बड़ा बाजार है। लेकिन इस बाजार में देश कि फोन कंपनियां सिमट का रह गई है। सरकार कि इस कदम से लावा, माइक्रोमैक्स जैसी कंपनियों को प्रोत्साहन मिलेगा। कहा जा रहा इस फैसले का एप्पल को काफी लाभ होगा। सैमसंग मिडरेंज में अपने स्मार्टफोन लगातार लांच करती है, सैमसंग बहुत कम, कम कीमत के मोबाइल का प्रोडक्शन करती है।
पिछले कुछ महीनो में भारत में फोन बनाने वाली चीन की कंपनियों पर भारतीय जांच एजेंसियों ने कार्रवाई की है। इन कंपनियों पर मनी लॉन्ड्रिंग और प्रोडक्शन को लेके मामला सामने आया था। इस के चलते शाओमी, ओप्पो, वीवो जैसी प्रमुख कंपनियों के ठिकानों पर भारतीय जांच एजेंसियों ने छापेमारी की थी। जिसकी आगे जांच की जा रही है। जिस के बाद अब सरकार ने चीनी कंपनियों पर सिकंजा कैसा है।
बता दें कि इससे पहले 2020 में सरकार ने करीब 60 चाइनीज एप्स पर बैन लगाए थे और उसके बाद कई बार चाइनीज एप्स पर बैन लगाए गए। अभी तक करीब 349 चाइनीज एप्स पर बैन लगा दिया गया है। ये बैन सरकार ने भारत चीन विवाद के समय सुरक्षा के चलते लगाये गए थे।
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