इंडिया न्यूज़, Chhattisgarh News : बिलासपुर में कम बरसात के कारण हालात सूखाग्रस्त होने की स्थिति में है। प्रदेश में मानसून के दौरान अधिक बारिश नहीं हुई है। जिसका सबसे ज्यादा प्रभाव किसानो की फसलों पर पड़ा है। बारिश के चलते सिंचाई के लिए बनाए गए बांधों में पूरा पानी नहीं भर सका है। खूंटाघाट बांध में 83% और घोंघा जलाशय में 58.52 % ही भरा है। पिछले मानसून में ये दोनों बांध बारिश से खचाखच भर गए थे। पर्याप्त मात्रा में बारिश न होने से छोटे किसानों की फसलों के लिए पानी भी जमा नहीं हुआ है।
Monsoon Clouds Lost in The State Field dry conditions severe due to less rainराज्य में मानसून देरी से आने के कारण रायपुर के क्षेत्रों में कम बरसात भी हुई। जिसकी वजह से जिले के सबसे बड़े खूंटाघाट बांध में अब की बार पानी कम रहा है। पिछले साल हूई बारिश के मुकाबले अइकी बार सबसे कम वर्षा दर्ज की गई है। खूंटाघाट बांध में कुल जलभराव क्षमता 192.32 मिलियन घन मीटर है, जबकि अभी 167.79 मिलियन घन मीटर ही पानी भरा है। पिछले साल यही बांध जून के महिने में ही भर गया था। इसी तरह घोंघा जलाशय में अभी 58.24% जलभराव हुआ है। अरपा भैंसाझार में भी 31% पानी भरा है।
जानकारी के अनुसार, मानसून खूंटाघाट बांध के पानी से रतनपुर, सीपत और मस्तूरी क्षेत्र के 120 गांव के खेतों में सिंचाई की जाती है। जिले के लोगों ने कमिश्नर और कलेक्टर को इसकी शिकायत की थी। सूचना मिलते ही डॉ. संजय अलंग और कलेक्टर सौरभ कुमार ने मस्तूरी क्षेत्र के दर्जन भर गांवों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने किसानों से मुलाकात की और खेतों का दौरा किया। किसानों ने अपनी समस्या बताते हुए मुआवजे की भी मांग की है।
उन्हाने कहा पिछले कई दिनों से बारिश नहीं होने के कारण क्षेत्र में कृषि कार्य बंद पड़े हैं। जिसके कारण फसले सूख रही है। ग्रामीणों ने सिंचाई के लिए नहर में पानी छोड़ने की मांग की। वहीं, कमिश्नर और कलेक्टर ने राजस्व एवं कृषि विभाग के मैदानी अधिकारियों को कम वर्षा वाले क्षेत्रों का हर रोज दौरा कर किसानों को हरसंभव सहयोग करने के निर्देश दिए हैं।
जिले के सभी विधायकों ने कमिश्नर डॉ. संजय अलंग के साथ बातचीत कर अपने अपने क्षेत्र की समस्या को कमिश्नर का बताया और मद्द की अर्जी दी। कमिश्नर को मिली जानकारी के अनुसार गांव के सभी तालाबों, अल्प एवं खण्ड वर्षा से उत्पन्न हालात, फसलों की स्थिति एवं बांधों में जल-भराव पर कमिश्नर ने चर्चा की। कमिश्नर डॉ. अलंग ने सभी कलेक्टरों को निर्देश देकर दौरा करने को कहां है।
उन्होंने ग्रामीणों और किसानों की मदद के लिए वैकल्पिक योजना भी तैयार करने को कहा है। वहीं बैठक में मुंगेली विधायक पुन्नूलाल मोहले, मस्तूरी डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी और मरवाही के विधायक डॉ.के.के ध्रुव ने अकाल की स्थिति से निपटने के लिए बांधों से तत्काल पानी छोड़ने की मांग की। इस पर कमिश्नर ने कलेक्टरों को जरूरत के हिसाब से किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
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