इंडिया न्यूज़, Chhattisgarh News : जहां एक तरफ प्रदेश कोरोना जैसी बीमारीयों की मार झेल रहा है वहीं दुसरी तरफ अब डेंगू एंव स्वाइन फ्लू जैसी बिमारीयां भी फैल रही है। जिससे प्रदेश के अस्पतालों में मरीज लगातार बढ़ रहें है। जानकारी के अनुसार डेंगू बढ़ना प्रदेश में ज्यादा खतरा पैदा कर सकता है। क्योंकि डेंगू के मामले इस वर्ष पिछले कुछ सालों के मुकाबले काफी ज्यादा मिलें है। कोरोना का खतरा भी अभी तक टला नहीं क्योंकि जून के मुकाबले जुलाई में ज्यादा मामले देखने को मिले है। हालांकि अभी भी संक्रमण दर 4 फीसदी के पार ही चल रही है। इसी के बीच मलेरिये का भी कहर बरत रहा है।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष में अब तक करीब 850 से भी ज्यादा मामले मिलें है, इनमें से करीब 700 से भी ज्यादा मरीज तो केवल बस्तर जिले में ही मिले है। अबकी बार डेंगू इसलिए भी खतरा पैदा कर रहा है कि इस बार 3 मरीजों की मौत भी डेंगू के कारण ही हुई है। हालांकि उन मरीजों को अन्य बीमारियां होने की भी बात कहीं जा रही है। बता दें कि वर्ष 2020 में सिर्फ 80-90 मामले ही डेंगू के मिले थे, लेकिन अब संख्या 860 के पार पहुंच गई है।
बता दें कि केवल बस्तर जिले में ही मलेरिया कॉफी हावी होता दिख रहा है। इसके कारण कई लोगों ने जान भी गंवाई है। इसी के चलते स्वास्थ्य विभाग की ओर से अभियान भी चलाया जा रहा है, इसके तहत हर गांव में से लोगों के खून की जांच के लिए सैंपल लिए जाते है। इसके उपरांत उनकी जांच की जाती है। इस अभियान में मलेरिया से बचाव के लिए भी उपाय बताए जाते है।
स्वाइन फ्लू के भी 11 मामले सामने आने के बाद शाम के समय 3 और मामले सामने आए हैं। जानकारी के अनुसार 6 मामलें तो सिर्फ प्रदेश की राजधानी रायपुर में ही देखने को मिले है। बता दें कि दुर्ग जिले में भी एक स्वाइन फ्लू का मरीज मिला है। जिसके चलते स्वस्थ्य विभाग में हड़कम मच गया है। स्वाइन फ्लू के मामले सामने आने से स्वस्थ्य विभाग हरकत में है।
जानकारी के मुताबिक जुलाई महीने में कोरोना के मामलों में तेजी से वृद्धि दर्ज की गई है। बता दें कि इससे पहले फरवरी महीने में सबसे ज्यादा मामले सामने आए थे जो करीब 25 हजार थे। जिसके बाद कोरोना संक्रमण कि रफ़्तार घट गई थी। जो कि मार्च में घटकर 1240 ही रह गई थी। लेकिन अब एक बार फिर से कोरोना के मामलों में उछाल देखने को मिला है। हालांकि जून से पहले केस बहुत ही कम सामने आए है।
छत्तीसगढ़ में एक्टिव केस की बात करें तो यह संख्या 3457 मरीजों का इलाज चल रहा है। जानकारी के अनुसार जुलाई के करीब पिछले 18 दिन में ही 4980 नए मरीज मिले है। इसी के चलते स्वस्थ्य विभाग की ओर से अलर्ट भी जारी किया गया है। अब 3 दिवसीय वैक्सीन अभियान भी चलाया जा रहा है। लेकिन राज्य में कर्मचारियों की हड़ताल के चलते इस अभियान को उम्मीद के अनुसार सफलता हाथ नहीं लगी। फिर भी आज समेत अगले दिनों में प्रदेश में टिका लगने का स्कोर अच्छा होने की उम्मीद जताई जा रही है। प्रदेश की राजधानी रायपुर की बात करें तो आज 57 कोरोना के नए मामले सामने आए है।
छत्तीसगढ़ में पाजिटिविटी दर की बात बात करें तो 23 जुलाई को पाजिटिव दर 4.48 % रही जबकि अगले दिन पाजिटिव दर बढ़कर 4.91 % हो गई, 25 जुलाई को पाजिटिव दर बढ़कर 5.20 प्रतिशत तक पहुंच गई। इसके अलावा 10449 मामलों की 25 जुलाई को जांच की गई। इसके अलावा 26-27 जुलाई को पाजिटिव दर क्रम 5.16 प्रतिशत 4.34 प्रतिशत रही। जिले में से करीब 643 सैंपल कोरोना जांच के लिए प्राप्त किये गए जिसमें से 93 नए केस संक्रमित मिले। इसी के चलते स्वास्थय विभाग की और से सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। जानकारी के अनुसार यह ओमिक्रोण वेरिएंट के ही केस सामने आ रहे है अभी तक कोई भी अन्य वायरस सामने नहीं आया है।
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