इंडिया न्यूज़, Chhattisgarh News : प्रदेश के जिन इलाकों में बारिश कम हुई है, कलेकटर ने उन क्षेत्रों का मुआइना किया। इसी के चलते उन्होंने ग्राम घाघरा और बगीच के गांव भादू में जाकर कम वर्षा वाले क्षेत्र की जांच की। इसी के चलते उन्होंने गांव के लोगों से बातचीत भी की। किसानों ने बताया कि इस क्षेत्र में वर्षा कम होने के कारण फसल सूख गयी है। जिसके चलते धान की रोपाई भी नहीं हो सकी। ऐसे ही भादू गांव के लोगों ने भी कम बारिश वजह बताई है। जिसे गांव की फसलें खराब हो गई हैं।
जानकारी के मुताबिक राजस्व विभाग की टीमों ने प्रदेश में जिन इलाकों में सुखा पड़ा है, उस एरीया की जांच कर आकंड़ा तैयार किया है। इसी के चलते कलेकटर ने भी ग्रामीनों से इस विषय पर बातचीत कर सुखे की जानकारी ली। बता दें कि इसी के चलते अधिकारीयों ने पत्थलगांव ब्लॉक के बागबहार,जशपुर ब्लॉक के पैकू,पाकरगांव, मुड़ापारा और कुनकुरी ब्लॉक के भेलवांटिकरा इन इलाकों का निरीक्षण किया। यह जांच का मुख्य कारण जिन किसानों की फसलें खराब होने से नुकसान हुआ है उसके लिए सरकार की तरफ से मुआवजा दिया जा सकें।
कलेक्टर ने किसानों से कहा कि वर्षा के जल का ज्यादा से ज्यादा संग्रहण किया जाए ताकि बाद में जब जल की जरूरत पड़े तो उस जल का प्रयोग किया जा सके। उन्होंने कहा कि इसके लिए खेतों में डबरी, सामुदायिक तालाब और कन्टूर ट्रेंच बनाए जाने चाहिए। इसके अलावा स्टॉफ डेम, चेक डेम,नाला बंधान, जैसी चीजों का भी निर्माण करना चाहीए।
कलेक्टर ने किसानों को सुझाव देते हुए कहा कि किसान धान की जगह अन्य फसल उगाएं जिनमें पानी की आवश्यकता कम हो। जैसे कि मक्का,कुल्थी, रामतिल या दलहन कोदो, कुटकी, रागी जैसी फसलें। उन्होंने कहा कि ऐसी फसल लगाने से विभाग की ओर से बीज भी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसान फसलों के बीमा का भी लाभ उठा सकतें है।
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