इंडिया न्यूज़, Chhattisgarh News : प्रदेश में मानसून की बारिश का जिलों में ज्यादा प्रभाव नहीं हुआ है। कई जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। जशपुर, सरगुजा समेत राज्य के आठ जिलों में 26 से लेकर 62 फीसदी तक कम बारिश दर्ज की गई। राज्य में जून के माह से ही मानसून की शुरुआत हो गई थी। मानसून के कई दिन निकाल गए, परंतु अधिक बारिश दर्ज नहीं हुई। जिले के बहुत से ब्लॉक में सूखा घोषित कर दिया है। राज्य के 5 जिलों में भारी वर्षा दर्ज की गई है।
जानकारी के अनुसार, प्रदेश में बारिश का मौसाम थाम सी गया है। इसके कारण अब बारिश के आसार नहीं दिखाई दे रहे है। जिसका प्रभाव राज्य के कई जिलों पर पड़ा है। यदि कुछ दिनों में वर्षा नही हूई तो धान की फसलो पर प्रभाव पड़ सकता है। कम बारिश के कारण किसानो के साथ साथ राज्य सरकार भी चिंता में है। बीजापुर में अब तक 121 फीसदी तक अधिक बारिश दर्ज की गई है। कुछ राज्य में सामान्य से भी कम बारिश हुई है।
प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से बारिश के आसार ही नहीं हो रहे है। कुछ जिलों में हल्की वर्षा दर्ज की गई है। इस हल्की बारिश के कारण किसानों के चेहरे उतरे हुए है। इस सीजन में धान की फसलों की रोपाई की जाती है। जिसके लिये पर्याप्त मात्रा में पानी लगता है। इस हल्की बारिश से किसान डरे हुए है। कही उनकी फसलें सूख न जायें।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि फिलहाल घबराने की बात नही है, यदि अगले कुछ दिनों तक बारिश नहीं हुई तो स्थिति गंभीर हो सकती है। जिलों के कई हिस्सों में बारिश अच्छी हुई है। और हिस्सो मे सूखापन है। खेतो में पानी न आने से फसलो में बहूत सी बिमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
मौसाम विभग के अनुसार, राज्य के दरिमा, बतौली, लुंड्रा, शंकरगढ़, रामानुजगंज, राजपुर, प्रतापपुर, बिहारपुर, कुनकुरी, कांसाबेल, दुलदुला, सन्ना, जशपुर, पत्थलगांव, अंबिकापुर, मैनपाट, सीतापुर, लटोरी, बेरला, बलरामपुर, कुसमी, वाड्रफनगर, दर्री, गादीरास, कोंटा, सोनहत, आरंग राज्य सरकार ने किसानो के खेतो की जांच करने के बाद कई इलाको को सूखा घोषीत कर किया है। और लोगो की सहायता करने के लिए विभिन्न योजनाओं को शुरू किया जा रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार अगले चार-पांच दिनों तक राज्य के कई जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-केंद्रीय हिस्से में एक चक्रवात बना हुआ है। यह आंध्रप्रदेश, उत्तर तमिलनाडू तटीय हिस्से में समुद्र तल से करीब डेढ़ से तीन किमी की ऊंचाई तक है।
एक पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय है। गंगानगर, हिसार, दिल्ली, वाराणसी, जमशेदपुर से पूर्व-दक्षिण होते हुए उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक मानसून द्रोणिका बनी है। इन सिस्टम के असर से प्रदेश में अगले चार-पांच दिन बड़ी मात्रा में नमी आएगी और भारी से अतिभारी बारिश होगी।
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