इंडिया न्यूज़, Chhattigarh News: छत्तीसगढ़ के भिलाई में मॉडल टाउन स्थित नर्सिंग कॉलेज में गंदगी भरे खाना खाने के लिए छात्र मजबूर है। कालेज के छात्रों के लिए जहां भोजन तैयार होता है। उसके पास एक गंदा नाला और कूड़े का बड़ा ढेर लगा हुआ है। सभी छात्राओं को नाले के पास ही बिठाकर भोजन दिया जाता है। स्वास्थ्य विभाग,और कलेक्टर को इस मामले की सूचना दी गई। मौके पर पहुंचे अफसरों ने मामले की जाँच की और कहां जानवर ही यहां खाना खा सकते हैं। अफसरों ने पुलिस को इसकी शिकायत की उनकी रिपोर्ट के बाद सुपेला थाना पुलिस ने केस दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार, कलेक्टर ने कालेज कि जाँच के निर्देश दिए थे। जिसके बाद कॉलेज में जाँच के लिए CMHO डॉ. जेपी मेश्राम के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम और PHE की टीम जांच के लिए पहुंची थी। कॉलेज कि जाँच करने बाद CMHO डॉ. मेश्राम ने रिपोर्ट जारी की जिसमे लिखा हुआ था, हॉस्टल में रह रही नर्सिंग छात्राएं गंदा पानी पीने और गंदगी में रहने को मजबूर है। जिसके कारण कॉलेज में बहुति छात्राये बीमार हुई है। जिसकी रिपोर्ट कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा को मिली उन्होंने जाँच के आदेश दिए है।
सोमवार देर शाम को जिला प्रशासन के अधिकारी को सूचना मिली थी। रस्तोगी नर्सिंग कॉलेज में गंदा खाना खाने से 60 छात्राएं एक साथ बीमार हो गई। बीमार छात्रों को नागरिक हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। जिसमे एक लड़की कि मौत भी ही गई। भिलाई नगर निगम के मेयर नीरज पाल ने कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा से फोन पर बात की। सूचना मिलते ही कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा लड़कियों से बातचीत करने लिए कॉलेज पहुंचे। कलेक्टर ने सभी क्लास और पूरे कॉलेज की जाँच की।
कलेक्टर के जांच करने के बाद पाया जहां पर छात्राओं को खाना परोसा जाता है। वो जगहे खाना खाने लायक नहीं है। जहां पर खाना बनता है उसके पास इतनी गंदगी है कि पास भी नहीं खड़ा जाता। उसके बगल से नाला बह रहा है। साफ सफाई का बिल्कुल ध्यान नहीं दिया जा रहा था। कॉलेज में पीने का पानी भी साफ नहीं है। कॉलेज में जाँच कर रही टीम ने पूरे कॉलेज कि जाँच की जिसकी रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपी। इसके बाद अब स्मृति नगर पुलिस सभी छात्राओं और उनके परिजनों सहित कॉलेज स्टाफ से बयान लेगी। इसके बाद जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
कॉलेज में निगरानी के बाद पीने के पानी कि जाँच कि गई। पानी के सैंपल को जाँच के लिए लैब भेजा है। छात्रों ने जानकारी देते हुए बताया कि हम जिस आरओ से पानी पीते है उसके फ़िल्टर को खराब हुए कई साल हो गए है। जिसको अभी तक बदला नहीं है। पानी कि टंकी को भी कभी साफ नहीं किया है। जिससे लड़कियां कॉलेज में गंदा पानी पीने को मजबूर है।
रस्तोगी नर्सिंग कॉलेज की घटना को लेकर मंगलवार को NSUI ने दुर्ग कलेक्टर जाकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान उन्होंने कलेक्टर से मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। वहीं ABVP के कार्यकर्ताओं ने रस्तोगी नर्सिंग कॉलेज का घेराव और हंगामा किया। उन्होंने जिला प्रशासन से मामले की गंभीरता से जांच करे और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
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