इंडिया न्यूज़, Sonhat block Drought Prone : छत्तीसगढ़ में जून के माह से ही बारिश शुरू हो गई थी। राज्य के बहुत से जिलों में अच्छी बारिश दर्ज की गई। परंतु प्रदेश के कुछ हिस्सों में सूखा घोषित किया गया है। प्रदेश सरकार ने जिले के सोनहत ब्लॉक क्षेत्र में सूखा घोषित कर दिया है। प्रदेश में मानसून की शुरुआत से ही इस ब्लॉक में बारिश सबसे कम दर्ज हुई। सोनहत ब्लॉक में 62 फीसदी कम बारिश हुई है। इसी कारण सरकार ने ब्लॉक को सूखा घोषित कर दिया है। प्रदेश सरकार ने हलात को काबू करने के लिए विभिन योजनाओ को शुरू किया है।
जानकारी के अनुसार , मानसून के आते ही प्रदेश में अच्छी बारिश हुई ,परंतु कुछ दिनों के लिए ही। इसके बाद बारिश तो हुई लेकिन इतनी नहीं के एक किसान अपने खेत में रोपाई कर सके। प्रदेश के कुछ हिस्सों में अच्छी बारिश दर्ज की गई। और कुछ जिलों में तो बारिश का बस नाम ही था। सावन में भी इतनी बारिश नहीं हुई।
पिछले साल भी यही हलात हुए थे।परंतु अबकी बार तो प्रदेश के कई हिस्सों को सूखा घोषित कर दिया है। जिले में 3 तहसील बैकुंठपुर, खड़गवां और भरतपुर में कम बारिश की वजह से हालत चिंताजनक है। मनेंद्रगढ़ की हालत पहले से खराब है। सरकार भी स्थिति को सुधारने के लिए विभिन योजनाओ से लोगो की मदद में लगी है।
कृषि विभाग के अधिकारियो ने जानकारी देते हुए बताया कि कमजोर मानसून के कारण इसका प्रभाव किसानो कि फसलों पर सबसे जायदा पड़ा है। प्रदेश के कई जिलों में 43% कम बारिश के कारण धान की खेती में अबकी बार सबसे ज्यादा कमी आई है। कृषि विभाग ने अबके सीजन में धान बुवाई के लिए 20900 हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित किया था। इसमें 14450 हेक्टेयर में ही किसानों ने धान की बुवाई की है। जबकि पिछले साल 23 हजार 182 हेक्टेयर में धान बुवाई हुई थी। कमजोर मानसून के कारण 32 हजार हेक्टेयर के लक्ष्य में सिर्फ 6 हजार 725 हेक्टेयर में धान रोपा लगा है।
मौसम विभाग के अनुसार अबकी बार सावन महा में भी अधिक बारिश नहीं हुई। प्रदेश में अबकी बार सबसे ज्यादा धुप और गर्मी महसूस कि गई। पिछले 10 वर्षों में सोनहत तहसील की औसत वर्षा 1305 रही है। बारिश ने अबकी बार पिछले 50 वर्षो का रिकॉड तोडा है। पिछले 10 वर्षों का रिकार्ड देखे तो सोनहत तहसील में सभी ब्लॉक से अधिक बारिश दर्ज हुई है।
मौसम वैज्ञानिक पीआर बोबडे ने जानकारी देते हुए बताया कि इस साल मौसम में बड़े बदलाव ए है प्रदेश के वेधशाला सलका में जून महीने में 245.9 और जुलाई में 207.9 मिमी बारिश दर्ज हुई है। प्रदेश में केवल 40 फीसदी कम बारिश हुई है। जिलों और ब्लॉक में कम बारिश होने के कारण कई जिलों को सूखा ग्रस्त घोषित किया गया है। और कुछ जिलों के हलात गंभीर बने हुए है। कृषि विभाग के डीडीए पीएस दीवान ने बताया कि सोनहत में राहत कार्य शुरू किए जाएंगे।
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