इंडिया न्यूज़, Raipur News: प्रदेश के कुछ हिस्सों में कम बारिश के कारण सूखा पड़ गया है। जिसके चलते किसानों की आधी से ज्यादा फसलें खेतों में ही सुख गई है। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज आदेश जारी किया है कि प्रदेश के जिन जिलों में फसलें सुखी है। उनका सर्वेक्षण करवाया जाएं की किस स्थान पर फसलें सूखने से कितना नुकसान हुआ है।
जानकरी के मुताबिक विधायक बृहस्पत सिंह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा। इस पत्र पर यूडी मिंज एवं विधायक गुलाब कमरो के भी हस्ताक्षर थे। पत्र में लिखा गया कि प्रदेश के तीन जिलों में समान्य से कम वर्षा हुई है। जिसके चलते तीन जिलों की फसलें सुख चुकी है। इसमें बलरामपुर, जशपुर और अंबिकापुर इन तीनों जिलों के नाम लिखांकित करते हुए कहा कि ये जिले सूखा प्रभावती श्रेणी में आते है। जिसमें फसलों के सूखने के कारण हुए नुकसान के लिए मुआवजा दिया जाए। इसके अलावा क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध करवाने एवं राहत कार्य करने की भी बात लिखी गई।
मुख्यमंत्री ने इस बात को स्वीकार करते हुए प्रदेश के इन जिलों में सर्वे करवाने की बात कही है। जिसके चलते सरकार कुछ तहसीलों को सूखा प्रभावित घोषित करेगी। इसके अलावा राहत कार्य भी कर सकती है। इसी के चलते CM के आदेश के बाद अब मुख्या सचिव कलेक्टरों से इस विषय पर बातचीत करेगें।
मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले करीब दो महीनों में 579.2 मिलीमीटर वर्षा हुई है। जो समान्य बारिश से करीब 2 फीसदी ही ज्यादा है। लेकिन प्रदेश के तीन जिले सूखाग्रस्त है। अंबिकापुर में करीब 65 फीसदी कम वर्षा हुई है जो कि जून की शुरआत से जुलाई के अंत तक करीब 229.2 मिमी वर्षा ही हुई है। जोधपुर और बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में भी क्रमांक 275.8 और 207.4 मिमी ही वर्षा हुई है। जो समान्य वर्षा से 63 फीसदी कम आंकी गई है।
बता दें की इनके अलावा अन्य 5 जिलों में भी हालत सूखे से कम नहीं है क्योंकि इनमें भी समान्य से 47 फीसदी से लेकर 23 प्रतिशत तक वर्षा कम हुई है इनके नाम इस प्रकार है : कोरिया, सूरजपुर, कोरबा, बेमेतरा, रायपुर में कम वर्षा हुई है। जबकी एक जिले में समान्य से ज्यादा वर्षा हुई है।
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