इंडिया न्यूज़, Raipur News: छत्तीसगढ़ में अब एमबीबीएस में एडमिशन लेने वाले विद्यार्थियों के लिए ख़ुशी की बात है। जानकारी के अनुसार पहले प्रदेश में एमबीबीएस में एडमिशन के लिए 1370 सीटें ही उपलब्ध थी लेकिन अब यह बढ़कर 1470 हो गई है। बता दें कि अब प्रदेश में एमबीबीएस करवाने वाले सरकारी कॉलजों की संख्या बढ़कर 8 हो गई है इसी के चलते प्रदेश में निजी 10 कॉलजों में एमबीबीएस की पढाई करवाई जाएगी। जिसके चलते अनुमानित कट आफ 10 अंक तक भी गिर सकता है।
जानकारी के अनुसार अब नीट के पेपर को पास करने वाले विद्यार्थियों की संख्या भी बढ़ सकती है। बता दें की कोरबा सरकारी मेडिकल कॉलेज में भी एमबीबीएस करवाने की मान्यता मिल सकती है। अगर मान्यता मिलती है तो इस कॉलेज में भी 100 सीटें होगी जिसके चलते प्रदेश में 1570 सीटों पर एमबीबीएस में एडमिशन हो सकेगा। जिसके कारण कट ऑफ नंबर में कमी आएगी। जानकारी के मुताबिक राज्य में बीते 2 वर्ष में करीब 375 एमबीबीएस की सीटें बधाई गई है।
बता दें कि प्रदेश में ईडब्ल्यूएस वाले अभ्यर्थियों के लिए भी विशेष प्रावधान किया गया है। गरीब सवर्णों के अभ्यर्थियों के लिए 25 सीटें और अलग से शामिल की गई है। अगर कोरबा कॉलेज को मान्यता मिलती है तो 125 सीटों पर दाखिले का प्रावधान वहां पर होगा। हालांकि अभी प्रदेश के महासमुंद कॉलेज में ये अतरिक्त सीटें दी गई है। जानकरी के मुताबिक केंद्र सरकार की ओर से ईडब्ल्यूएस के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण सरकारी कॉलेजों में प्रदान किया गया है।
हालांकि अभी सभी आवेदकों को कोरबा मेडिकल कॉलेज को मान्यता मिलने की प्रतीक्षा कर रहे है। ताकि कट आउट में कमी मिल सके। इसके अलावा चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज दुर्ग कॉलेज में सभी आवश्यक सुविधाएं न होने के कारण अभी तक निरिक्षण के लिए कोई बात एनएमसी के सामने नहीं रखी गई। क्योंकि इस कॉलेज में डॉक्टर्स के अलावा नर्सिंग स्टाफ भी पूरा नहीं है।
फिलहाल महासमुंद कॉलेज को निरीक्षण के बाद एमबीबीएस करवाने के लिए हाल ही में मान्यता प्रदान कर दी गई है। जैसे की पहले भी बताया गया है कि इस कॉलेज में एमबीबीएस करवाने के लिए 100 सीटों को मान्यता दी गई है। जबकि 25 अतरिक्त सीटें दी गई है।
यह भी पढ़ें : 5 साल बाद राज्य में मिली छात्र संघ चुनाव की अनुमति, सितंबर में होगा छात्र संघ का गठन