इंडिया न्यूज़, Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के मस्तूरी के भाजपा विधायक डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी ने शराब बंदी को लेकर बयान दिया था। जिसपर सयासी जंग छिड़ गई है। बयान में उन्होंने कहा था कि शराब कि जगह गांजा और भांग को बढ़ावा दिया जाए। इसी बात को लेकर बवाल खड़ा हो गया है।प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि गांजा तो पहले से ही देश में बंद है। लेकिन कोई भी नशा अच्छा नहीं होता। उन्होंने बताया कि केंद्र एजेंसी 10 ग्राम गांजे के लिए मुंबई पहुंच रही है इधर नेता बोल रहे है की शराब की जगह गांजे को बढ़ावा मिले।
बिलासपुर विधायक शैलेश पांडेय ने कहा कि एनालिसिस और रिसर्च करने के बाद ही डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी ने ऐसी बात कहीं होगी क्योकि बांधी एक पढ़े-लिखे विधायक है। इस मामले पर राजस्व मंत्री अग्रवाल ने कहा कि कई बार ऐसी बातें हसी मजाक में विधानसभा के अंदर भी होती रहती है। उन्होंने कहा कि वह इन बातों पर कोई टिप्प्णी नहीं करना चाहते। जबकि विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरण दास ने इस बयान पर कुछ भी न कहते हुए खुद को इस मामले से दूर कर लिया।
धायक गुलाब कमरों ने बांधी के बयान पर टिप्प्णी करते हुए कहा कि इनकी मानसिकता लोगों को गांजा बेचने और पिलाने की है। लोग खुद अंदाजा लगा सकते है कि इनकी सोच कितनी अच्छी है। पाली-तानाखार विधायक मोहित केरकेट्टा ने कहा कि डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी डॉक्टर विधायक है वह अच्छे पढ़े लिखे है उनकों ऐसी बातें शोभा नहीं देती।
शराब बंदी को लेकर डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी ने बयान दिया था की सरकार शराब की जगह गांजा और भांग को बढ़ावा दें उन्होंने कहा कि शराब पिने से बलात्कार और हत्या जैसे मामले बढ़ते है जबकि गांजे से नहीं। उन्होंने कहा की दारू को बंद करने के लिए समिति भी बनाई गई है।
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