इंडिया न्यूज़, Bilaspur News: बिलासपुर के PHC सेंटर पर इलाज न मिलने से मरीज की मौत हो गई। सीपत के निवासी धनलाल की अचानक तबियत बिगड़ गई। जिस कारण वह अपने बिरतार पर ही बेहोश हो गया। बेहोशी की हालत में देख परिजनों ने 108 नंबर पर कॉल कर एम्बुलेंस बुलाई। जिसे उसको अस्पताल पहुंचाया गया। परन्तु अस्पताल पर ताला लगा हुआ था, जिस कारण उनका इलाज नहीं हो पाया। जिस कारण उनकी मौत हो गई।
बता दे कि धनलाल कि आयु 46 वर्ष है वह अपने बिस्तर पर सुबह चाय पिने के लिए बैठा था। जहां उसकी अचानक से तबियत बिगड़ गई। जिस कारण वह बेहोश होकर वहीं गिर गया। परिजनों ने उनको इस हालत में देखकर जल्द ही एम्बुलेंस बुला ली। ताकि पास की PHC में दाखिल करवा इलाज करवाया जा सके।
बता दे कि जब परिजन उनको प्राथमिक केंद्र पर लेकर गए। वहां पहुंचकर देखा की अस्पताल में ताला लगा हुआ था। बताया जा रहा है कि उस समय अस्पताल से चौकीदार भी गायब था। अस्पताल में ताला लगा होने के कारण कोई भी स्टाफ वर्कर मौजूद नहीं था। परेशान परिजनों ने मरीज के उपचार के लिए स्टाफ के क्वाटर में भी गुहार लगाई लेकिन किसी ने एक न सुनी।
इसके उपरांत परिजन कैसे भी कर के मानसी महिलांगे जो कि चिकित्सक सहायक है उनके घर पहुंचे। लेकिन उन्होंने घर की खिड़की से ही आवाज लगाकर कहा कि वह करोना पोस्टिव है। इसलिए मरीज को किसी दूसरे स्थान पर ले जाए। इसे भाग-दौड़ के चलते मरीज का उपचार नहीं हो पाया। जिस कारण उसकी मौत हो गई।
जैसे की पहले बताया गया है कि धनलाल को जब ग्रामीण अस्पताल लेरकर पहुंचे तो पता चला की अस्पताल पर ताला लगा हुआ है। डॉक्टर समेत अन्य कार्यकर्ता भी छुट्टी पर है। जिले के अधिकांश PHC केन्द्रों पर ऐसा ही हर रोज इलाज नहीं हो रहा। फिर ग्रामीण उनको चिक्तिसक सहायक के पास लेकर गए। लेकिन कहीं से कुछ भी सहायता न मिलने पर जब परिजन उनको दूसरी जगह लेजाने लगे तो मौके पर ही उनकी मौत हो गई। बता दे की रविवार के दिन अस्पताल के कर्मचारी छुट्टी होने की बात कहकर अस्पताल में नहीं आते।
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