पाकिस्तान का बलूचिस्तान एक बार फिर उबल रहा है, मानवाधिकारों के उल्लंघन और क्षेत्र के प्राकृतिक संसाधनों के दोहन के खिलाफ राज्य के लोग लगातार कई दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं
आरोप है कि 27 जुलाई को शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पाकिस्तानी सेना ने सख्ती की जिसके बाद ये प्रदर्शन हिंसक हो गया
दरअसल, पाकिस्तान इस इलाके का दोहन कर जमकर मुनाफा कमाता है लेकिन इसका फायदा बलूचिस्तान या वहां रहने वाले लोगों को बिल्कुल नहीं मिलता
बलूचिस्तान के लोगों ने हमेशा पाकिस्तान और उसकी सेना के नापाक इरादों की मुखालफत की और नाक में दम कर दिया. बीते कुछ दिनों से बलूचिस्तान में एक बार फिर पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा फूटा है
ग्वादर में हजारों लोग अपने लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए जुटे थे लेकिन सेना के साथ झड़प के बाद हालात तनावपूर्ण हो गए
बलूचिस्तान की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तानी सेना ने प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग की जिसमें कम से कम 3 महिला प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई और 50 से ज्यादा घायल हैं
उधर पाकिस्तानी सेना का कहना है कि अनियंत्रित भीड़ की ओर से की गई फायरिंग में एक जवान की मौत हो गई वहीं 16 घायल हैं
उधर बलोचिस्तान यकजेती कमेटी (BYC) का कहना है कि बीते 2 दिनों में उसके 100 से ज्यादा समर्थकों को गिरफ्तार किया गया है.