अपने जप का फल दूसरों को मिलेगा या नही? प्रेमानंद महाराज ने बताया

प्रेमानंद महाराज के प्रवचन वीडियो अक्सर सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते है।

एक सत्संग के दौरान जब एक व्यक्ति ने उनसे पूछा कि क्या अपने जप का फल दूसरों को दे सकते है।

अगर ऐसा चाहे कि अपने जप का फल पितृ को दे सकते है। ताकि उन्हें कोई परेशानी न हो।

इसका जवाब प्रेमानंद महाराज ने बताया कि अगर आप हमारी प्रार्थना को समझ रहे हैं तो बात समझ आ जाएगी।

उन्होंने कहा कि हम मूल में जल को चढ़ाते है तो वो पूरे पेड़ में, टहनी में, पत्तों में हर जगह पहुंच जाता है।

अगर श्री कृष्ण को अपना भजन अर्पित करें तो वह अलग अलग जगह पहुंच जाते है।

कहा कि मूल कौन है मैं हूं। मैं ही सबका मूल हूं इसलिए भगवान को अर्पित करने का अर्थ है सभी का जैसे पितृ का, रिश्तेदारों का सबका मंगल हो जाएगा।

भगवान की भक्ति करने वाले कि 21 पीढ़ियां तर जाती हैं।