दिल में छेद होना एक जन्मजात हृदय रोग है, यह उस समय होता है जब र्भावस्था के दौरान बच्चों के दिल के विकास में समस्या होती है
वहीं कुथ परिवार में यह जेनेटिकली भी रहता है, साथ ही गर्भावस्था के दौरान कुछ वायरल संक्रमण होने की वजह से दिल में छेद हो जाता है
अगर बच्चे की होने वाली मां गर्भावस्था के दौरान शराब और नशीली चीजों का सेवन करती हैं तो उनके बच्चों में भी ये समस्या हो सकती है
वहीं कुछ केस में तो कुछ प्रकार की दवाएं भी इसका कारण बन सकती है, मुहांसे और दौरे की दवाएं मुख्य रूप से इस स्थिति के लिए जिम्मेदार होती हैं
जो महिला प्रेग्नेंसी के दौरान धूम्रपान करती हैं, उनके बच्चे को भी हृदय से संबंधित समस्याओं के साथ जन्म लेना पड़ता है
अगर बच्चें के दिल में छेद है तो उन्हें सांस लेने में तकलीफ, त्वचा, होंठ, और नाखूनों पर नील जैसे निशान पड़ना जैसे लक्ष्ण दिक सकते हैं
साथ ही बच्चों में अत्यधिक थकान, रक्त संचार में समस्या, दिल धड़कने के दौरान असाधारण आवाज का आना जैसी चीजें दिखती हैं