इस वहशी रानी का नाम एलिजाबेथ बाथरी था। वह हंगेरियन राजा के अमीर परिवार से आती थी।
उनका विवाह फ़ेरेन्क नैडेस्डी नामक व्यक्ति से हुआ था, जो हंगरी के राष्ट्रीय नायक के रूप में प्रसिद्ध था।
बाथरी को अपने पति के सामने भी कुंवारी लड़कियों को मारने का शौक था।
अपनी खूबसूरती बरकरार रखने के लिए कुंवारी लड़कियों के खून से नहाती थी।
महारानी एलिजाबेथ को यह तरीका इतना पसंद आया कि वह इसे लगातार करने लगीं।
वह मृत लड़कियों का मांस अपने दांतों से काटकर निकाल लेती थी।
इस भयानक अपराध में महारानी एलिजाबेथ बाथरी के तीन नौकरों ने भी उनका साथ दिया।
इसके बाद जब हंगरी के राजा को इस बात का पता चला तो उन्होंने इस मामले की जांच शुरू कर दी।