ऐसा कई बार देखा जाता है कि पुर्वजों की फोटो कहीं भी लगा दी जाती है

प्रेमानंद महाराज ने हाल ही में  पुर्वजों की फोटो की को लेकर बयान दिया है 

उन्होंने ये भी बताया कि पुर्वजों की तस्वीर को   मंदिर में लगानी चाहिए या नहीं

एक महिला द्वारा  पूछे गए सवाल पर प्रेमानंद महाराज ने जवाब दिया है

उन्होंने बताया कि अगर आपकी भावना है कि ये ही हमारे ठाकुर जी  तो तस्वीर लगाते हैं तो कोई परेशानी नहीं है

ठाकुर जी का रूप कैसा? आपने मान लिया जैसा. सृष्टि कैसी? आप जैसी देखो वैसी

वो कहते हैं भगवत भाव से करने में कोई परेशानी नहीं है

अगर भगवत भाव नहीं हैं तो फोटो लगाना मंगल नहीं होगा