प्रेमानंद महाराज ने बताया, ब्रह्ममुहूर्त में उठने से होता है ये बड़ा लाभ
हिंदू धर्म में ब्रह्म मुहूर्त का समय बेहद शुभ माना जाता है। ब्रह्म मुहूर्त का अर्थ होता है भगवान का समय। ब्रह्म मूहूर्त को अक्षय मुहूर्त के नाम से भी जाना जाता है।
वृंदावन के मशहूर प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि हर साधक को ब्रह्म मुहूर्त में ही उठना चाहिए, ऐसा करना सबसे ज्यादा लाभदायक होता है।
प्रेमानंद जी महाराज के अनुसार, ब्रह्म मुहूर्त में उठने का समय 4 बजे का होता है और इस मुहूर्त में उठने से शरीर में कोई बीमारी नहीं लगती है।
वो कहते हैं कि ब्रह्म मुहूर्त में उठने की ये आदत व्यक्ति को सफलता की राह पर ले जाती है।
प्रेमानंद जी महाराज के अनुसार, ब्रह्म मुहूर्त में उठते ही सबसे पहले ईश्वर का स्मरण करना चाहिए।
स्नानादि करने के बाद आंखें बंद करें और कुछ प्रभावशाली मंत्र का जप जरूर करें।
वो कहते हैं, 'ब्रह्म मुहूर्त में 'राधे राधे' का नाम जप जरूर करें या आप चाहें तो 'ऊं कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने' का भी जप कर सकते है।'
प्रेमानंद जी के अनुसार, 'राधे राधे' का नाम जपने से जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और सभी देवी देवताओं का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है।
आगे कहते हैं कि, 'ब्रह्म मुहूर्त में उठने से साधक पर मां लक्ष्मी की कृपा भी बनी रहती है जिससे जीवन में धन-दौलत बढ़ती है।'