मोबाइल-लैपटॉप सेहत के साथ कर रहा खिलवाड़! बढ़ा रहा खतरा

कोरोना के बाद बच्चों और बड़ों दोनों को ही ऐसी आदत लगी है जिससे उनका स्क्रीन टाइम बढ़ गया है 

बता दें कि कोविड के समय बच्चे पढ़ाई और बड़े वर्क के चलते 6 से 8 घंटो तक फोन स्क्रीन से लेकर लैपटॉप पर रहते थे 

ऐसे में आज जानते हैं कि रोज ज्यादा से ज्याद कितने घंटे तक का स्क्रीन टाइम होना चाहिए 

बता दें कि रोजाना बस 3 से 4 घंटे का ही स्कीन टाइम होना चाहिए 

क्योंकि ज्यादा देर तक स्क्रीन पर टाइम बीताने से आपकी आंखें खराब हो सकती है 

साथ ही ज्यादा देर तक स्क्रीन पर टाउम देने से स्लीपिंग पैटर्न भी खराब हो सकती है 

स्क्रीन से निकलने वाली रेज आपकी स्कीन के लिए नुकसानदायक हो सकती है 

इससे आपको शारीरिक गतिविधियों का भी सामना करना पड़ सकता है

इससे आपको शारीरिक गतिविधियों का भी सामना करना पड़ सकता है