मरे हुए लोगों से बनाई जाती दवाई, ऐसे होता इलाज

मैलिफाइड मैन एक पुराना तरीका है जिसमें इंसान की ममी बनाई जाती थी, शहद का इस्तेमाल करके.

दरअसल, इस प्रक्रिया में ममी बनाने के लिए इंसान जब जिंदा होता है तो उसे अनाज न देकर केवल शहद पिलाया जाता है, उसे नहाने के लिए भी शहद ही दिया जाता है

इंसान जब मर जाता है तो उसे ताबूत में लिटाकर ताबूत में शहद भर दी जाती है

ताबूत को शहद से भरने के बाद उसे दफना देते थे और कई सालों तक छोड़ देते है

जब शरीर पूरी तरह शहद में घुल जाता था तब ताबूत को खोला जाता था और उस शहद का इस्तेमाल दवा के रूप में किया जाता था

उस जमाने में लोग मानते थे कि इस शहद से कई बीमारियां ठीक हो सकती हैं

एक इंसान को मैलिफाइड मैन बनाने के लिए उस इंसान की इच्छा होना जरूरी माना जाता था वरना दवा काम नहीं करती थी

मैलिफाइड मैन के बारे में कोई सबूत नहीं है. मैलिफाइड मैन क बारे में सबसे पहले Chinese Encyclopedia “Bencao Gangmu” 16वीं सदी में लिखा गया था

इस किताब को Li Shizhen ने लिखी थी. किताब में बताया गया है कि मैलिफाइड मैन की प्रक्रिया चीन और अरब देशों में होती थी, लेकिन Archaeological सबूतों के बगैर ये कितना सच कहना मुश्किल है