India News (इंडिया न्यूज़), Bhilai News, रायपुर: सड़क निर्माण कार्य में हो रहे भ्रष्टाचार और गड़बड़ी को रोकने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने मोबाइल वैन से बिलासपुर के अलग-अलग जगहों से सड़क के सैंपल इक्कठा कर रही है। इन सैंपल की जांच लैब में करवाई जायेगी। जांच से सरकार यह जानना चाहती है की सड़क अच्छी बनी है, या नहीं
जांच में सड़क की गुणवक्ता के पता लगने से अफसरों और ठेकेदारों पर जवाबदेही होगी। अगर सड़क खराब है तो अफसरों की लापरवाही और ठेकेदारों की मनमानी पर प्रतिबंध लगेगा।
जवाबदेही तय होने पर जाहिर सी बात है अधिकारी गलती करने से पहले सोचेंगे जिससे प्रदेश की जनता को अच्छा, मजबूत और टिकाऊ सड़क मिलेगी।
आपको बता दें की बिलासपुर जिले के नगरीय निकाय क्षेत्रों में
बीते दो साल में 5 अरब रुपये से अधिक की लागत से सीसी और डामर रोड का रोड बना है जिसकी पिछले साल से जांच नहीं हुई है। लिहाजा बारिश में सड़के उधड़ गई थीं।
जानकारी मिलते ही पिछले साल सीएम भूपेश बघेल ने नवंबर 2022 में छत्तीसगढ़ के हर नगरीय निकाय और पीडब्ल्यूडी विभाग के आला अधिकारियों को जर्जर और खराब हुई सड़कों को दुरुस्त करने का आदेश जारी किया था।
सीएम के आदेश का पालन करते हुए पिछले महीने अप्रैल को नगरीय निकाय मंत्री डॉ.शिव डहरिया ने प्रदेश के नगरीय निकायों के प्रभारियों के साथ बैठक की थी जिसमे सड़क निर्माण की गुणवत्ता जांच के लिए क्षेत्रीय संयुक्त संचालकों के काम से असंतुष्टि जाहिर की थी।
आपको बता दें की सड़कों की गुणवत्ता जांच के लिए विभाग की और से सड़क निर्माण के 28 दिन बाद जांच के लिए मोबाइल वैन के द्वारा सैंपल लिया जाता है। जांच रिपोर्ट के आधार पर सीएम आगे की कार्रवाई करते हैं।
ये भी पढ़ें: Bhilai News: भिलाई में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का अपमान, प्रतिमा पर पोती कालिख