साल 2021 में तालिबान ने 20 साल तक विद्रोह करने के बाद अफगानिस्तान पर कब्जा जमा लिया था
जिसके बाद वहां पूरी तरह से शरिया कानून लागू कर दिया गया
यहां अब छोटे-छोटे अपराधों के लिए भी बड़ी से बड़ी सजा दी जाती है
बता दें कि शरिया कानून के तहत मौत से लेकर कोड़े मारने तक की सजा दी जाती है
इसी का कारण शरिया कानून की कई सजाओं पर संयुक्त राष्ट्र ने बैन लगा रखा है
अफगानिस्तान में अगर कोई शख्स चोरी कर लेता है तो उसके हाथ काट दिए जाते हैं
वहीं किसी ने चोरी के दौरान हथियारों का इस्तेमाल किया है तो उसके हाथ और पैर दोनों काट दिए जाते हैं
जबकि कई मामलों में तो अपराधियों को फांसी तक भी लटका दिया जाता है