रेप-मर्डर, सड़क पर झगड़ा…जानिए नए कानून में इसकी कितनी मिलेगी सजा
1 जुलाई से 3 नए आपराधिक कानून भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, भारतीय न्याय संहिता और भारत साक्ष्य अधिनियम लागू हो गया है।
IPC में 511 धाराएं जो अब भारतीय न्याय संहिता (BNS) में 358 हो गया है इसमें कुल 20 नए अपराध और 33 अपराधों के लिए कारावास की सजा बढ़ी है।
1 - नए कानून के आधार पर मर्डर करने पर व्यक्ति को या तो मौत की सजा दी जाएगी या जुर्माने के साथ आजीवन कारावास होगा।
2- हिट एंड रन केस में IPC में सजा के तौर पर 2 साल जेल की सजा, या जुर्माना हो सकता है।
3- हिंट एंड रन केस का कानून भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 106(2) में है।
4- मैरिटल रेप यानि अगर कोई व्यक्ति अपनी पत्नी (उम्र 18 साल से अधिक) के साथ जबरदस्ती यौन संबंध बनाता है तो इसे रेप नहीं माना जाएगा।
5- नाबालिगों से दुष्कर्म करने वालों के खिलाफ धारा 63 में रेप की परिभाषा दी गई है और धारा 64 से 70 में किसी महिला के साथ गैंगरेप के अपराध में शामिल हर एक अपराधी को कम से कम 20 साल की सजा या उम्रकैद हो सकती है।
6 - वही अगर पीड़ित 18 साल से कम (नाबालिग) है तो गैंगरेप में शामिल सभी को फांसी की सजा होगी।
7 - आत्महत्या के लिए उकसाने वाले के साथ-साथ आत्महत्या की कोशिश करने वाले को IPC की धारा 309 के तहत एक साल तक साधारण कारावास से दंडित किया जाएगा।
8 - वही धारा 107 में लिखा है कि यदि कोई मंदबुद्धि व्यक्ति, कोई बच्चा, कोई विक्षिप्त व्यक्ति या नशे की हालत में आत्महत्या करता है, तो उसको उकसाने वाले को मृत्युदंड या आजीवन कारावास की सजा मिलेगी।
9- अपहरण कर फिरौती में आजीवन कारावास या 10 साल तक के कठोर कारावास की सजा मिल सकती है।
10 - भारत सरकार के खिलाफ जंग छेड़ने पर मौत या आजीवन कारावास से दंडित किया जाएगा।
11- जाली नोट छापने वालों को आजीवन जेल या 10 साल की सजा होगी।
12- बीच सड़क पर एक महीने के कारावास या एक हजार रुपए के जुर्माने देने होंगे।
12- बीच सड़क पर एक महीने के कारावास या एक हजार रुपए के जुर्माने देने होंगे।
13- समुदायों के बीच शत्रुता पैदा करने वाले को 3 साल की जेल की सजा या फाइन हो सकती है।
14- कोर्ट में झूठा दावा करने पर दो साल तक जेल में बंद किया जाएगा और जुर्माना भी देना होगा।