प्रेमानंद महाराज से जानिए मन में नकारात्मक विचार क्यों आते हैं?
वृंदावन के प्रेमानंद महाराज अपने सत्संग के माध्यम से लोगों की कई मुश्किलें दूर करते हैं, बड़े-बड़े लोग भी अपनी परेशानियां लेकर उनके पास पहुंचते हैं
ऐसे में एक व्यक्ति ने महाराज जी से पूछा कि मेरे मन में इतने नकारात्मक विचार क्यों आते हैं? आइए जानते हैं इसके जवाब में उन्होंने क्या कहा
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि ऐसे विचार गंदे अंतःकरण में होते हैं
वे आगे कहते हैं कि जब हम कोई गुप्त पाप करते हैं और हमें उसकी स
जा नहीं मिलती तो हम उसे नकारात्मक विचारों में जला देते हैं
उन्होंने आगे कहा कि नामजप से यह ठीक हो जाएगा, इससे सही सोच पैदा होगी और नकारात्मक सोच नष्ट हो जाएगी
महाराज जी कहते हैं कि नकारात्मक सोच दूसरों को नहीं बल्कि खुद को नुकसान पहुंचाती है
वे कहते हैं कि जब अंतःकरण शुद्ध होगा तो आप देखेंगे कि सकारात्मक सोच आएगी
प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि सोच में ही खुशी है, अगर कोई बुरी से बुरी घट
ना घट जाए और आपकी सोच सकारात्मक हो तो आप बहुत खुश हो सकते हैं