क्या सही में तारा टूटकर गिरता है?

टूटते तारे से मन्नत मांगने का कोई वैज्ञानिक प्रूफ नहीं है।

आसमान में तारे बहुत बड़े होते हैं, जो दूर से छोटे नजर आते हैं।

अंतरिक्ष में धरती से बड़े तारे होते हैं और अगर कोई तारा धरती पर गिरा, तो यह विनाशकारी होगा।

टूटते तारे असल में उल्का (Meteoroid) होते हैं, जो अंतरिक्ष में घूमते रहते हैं।

कभी-कभी ये उल्का धरती के वायुमंडल में आकर चमक उठते हैं।

ज्यादातर उल्का वायुमंडल में जलकर खत्म हो जाते हैं और जो हिस्सा धरती पर गिरता है, उसे मीटियोराइट (Meteorite) कहते हैं।

लोग मीटियोराइट को टूटता तारा समझते हैं, लेकिन यह कोई चमत्कारी पत्थर नहीं होता।

टूटता तारा देखना दुर्लभ होता है, इसलिए इसे लकी माना जाता है।