लिंग-संबंधी हत्याओं पर नज़र रखने वाले और हिंसा के पीड़ितों को सहायता प्रदान करने वाले समूह वी विल स्टॉप फेमिसाइड्स प्लेटफॉर्म के अनुसार, पिछले वर्ष तुर्की में कम से कम 403 महिलाओं की हत्या की गई
वहीँ,इस साल के पहले तीन महीनों के दौरान तुर्की में मर्वे सहित कम से कम 92 महिलाओं की हत्या कर दी गई है
जिनमें 27 फरवरी को हुई सात हत्याएं भी शामिल हैं, जो एक दिन में ऐसी हत्याओं की सबसे अधिक संख्या है
तुर्की में एक दिन में इतनी सारी महिलाओं की हत्या पहले कभी नहीं हुई थी,यह सभी हत्याएं उन महिलाओं के पूर्व पति या साथियों ने की
कई रिपोर्टों से पता चलता है कि महिलाओं पर हमला करने वालों में क़ानून का डर ख़त्म हो गया है
क्योंकि वो सोचते हैं कि अब तुर्की इस्तांबुल कन्वेंशन का हिस्सा नहीं है तो अब उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकता
दरअसल, तीन साल पहले तुर्की इस्तांबुल कन्वेन्शन से बाहर हो गया था, इस्तांबुल संधि पूरे यूरोप में महिलों और लड़कियों के ख़िलाफ़ हिंसा रोकने के उद्देश्य से कायम की गयी थी
इस संधि से अलग होने के बाद तुर्की बड़े स्तर पर लिंग आधारित हिंसा को ख़त्म करने के लिए जूझ रहा है