इस दौरान ट्रेन के ऊपर लगी वायर से ट्रेन को लगातार बिजली ट्रांसफर होता रहता है
लेकिन यह बिजली डायरेक्ट इंजन में नहीं जाती, पहले ट्रांसफॉरमर में ट्रांसफर की जाती है
फिर ट्रांसफॉरमर वोल्टेज को देख इलेक्ट्रिक को इंजन में ट्रांसफर करता है