मुगल रानियां इन गुप्त जगहों पर क्यों छुपाती थीं अपने गहने
मुगल रानियों का जीवन एक बंद किताब की तरह था जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते थे।
मुगल रानियों के पास अपने बहुत सारे गहने होते थे, लेकिन कई बार वे उन्हें महल की अन्य रानियों से छिपाकर रखती थीं।
कई बार आक्रमणों या युद्धों के दौरान भी गहने छुपाने की प्रथा थी, ताकि वे दुश्मन के हाथ न लग जाएं।
इन गहनों को छुपाने के लिए रानियों के पास कई गुप्त स्थान होते थे, जिनका पता भी नहीं चल पाता था।
इतिहासकारों के अनुसार, मुगल रानियों द्वारा आभूषण छुपाने के लिए तहखानों के अलग-अलग हिस्सों को चिन्हित किया गया था।
कुछ मुगल रानियाँ अपने गहनों को बर्तनों और
गठरियों
में छिपाकर रखती थीं, ताकि कोई उन्हें देख न सके।
मुग़ल रानियाँ अपने गहनों से बहुत प्यार करती थीं और यात्रा के दौरान उन्हें बर्तनों में छिपाकर रखती थीं।
रानियाँ और राजकुमारियाँ यात्रा के दौरान लुटेरों से खुद को बचाने के लिए गहने और कीमती सामान छिपाती थीं।
दरअसल, उस समय आम लोगों में भी गहने
छुपाने
का चलन था, ताकि मुसीबत पड़ने पर वे इसे निकाल सकें।