होलाष्टक 17 मार्च से 24 मार्च तक है। होलाष्टक में 8 दिन 8 ग्रह उग्र अवस्था में रहते हैं। उग्र ग्रह नौकरी और कारोबार पर बुरा असर पड़ता है।
होलाष्टक में अष्टमी के दिन चंद्रमा, नवमी को सूर्य, दशमी को शनि, एकादशी को शुक्र, द्वादशी को गुरु, त्रयोदशी को बुध, चतुर्दशी को मंगल और पूर्णिमा को राहु उग्र रहते हैं।
होलाष्टक में उग्र ग्रहों के दुष्प्रभाव से बचना हैं तो भूलकर भी न करें ये काम
अगर आप नौकरी बदलने की सोचा रहे है तो ऐसा बिल्कुल न करें।
होलाष्टक में नया बिजनेस या नई दुकान का शुभारंभ न करें। होलाष्टक में शुभ कामों की मनाही होती है।
इस दौरान नया मकान, वाहन, जमीन या दूसरी प्रॉपर्टी की खरीदारी करने से बचें।
होलाष्टक में विवाह, मुंडन, नामकरण, सगाई, समेत सभी 16 संस्कार वर्जित है।
होलाष्टक में यज्ञ या हवन भी नहीं करें। इस अवधि में यज्ञ या हवन का शुभ फल प्राप्त नहीं होता है।